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अपनी ओर
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वीरवार: खींचे बनके चुंबक अपनी ओर, बारिश में ही सदा नाचता मोर ...
भैया मेरे राखी की डोर, खींच लेता बहन को सदैव अपनी ओर। नीरजा ...
अकेलेपन की इक दुनिया जहाँ सिर्फ अपने दिल से ही खुद की बात ...
अपनी - करनी छोड़कर, करे पराई बात! चिन्ता में वह नर सदा, रह ...
अपनी उपस्थिति ज़ोरदार तरीक़े से दर्ज़ करना होगा तब कोई आपक ...
एक किताब के अंदर कुछ रेखांकित की गयी पंक्तियों की तरह... ज ...
क़लम से सलाम लिखता हूं। मोहमद रफ़ी के नाम लिखता हूं। सलाम है ...
किसी से क्या लेना,किसीको क्या देना बस प्रेम का एक मीठे बोल ...
बेफिक्र हम चल पड़े मंजिल की ओर, ना मिला ठिकाना ना मिला कोई ...
ऋतुराज लेकर आ गया अपना नया साल देखो फूले सरसो से लेकर कचनार, ...
जब आदमी जीवन में हार कर परेशान हो जाता है तो अंधविश्वास की औ ...
याद आये मौसी नानी वो करना अपनी मनमानी मठ्ठा लस्सी छाछ अमिया ...
🙏मानव हो मानव हो हर प्राण का समझो मर्म, धर्म धर्म के सजे कु ...
अपने इच्छा से यहां सब-कुछ नहीं होता, अतः कार्य मन लगाकर करें ...
अपनी संस्कृति को न भुलाएं, लें सब त्योहारों से खुशी का रस। स ...
इस जग में पद, प्रतिष्ठा और पैसा, इनका प्रभाव है नशे के है जै ...
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